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नई दिल्ली। एरेका पाम एक अच्छा इंडोर प्लांट है, जिसे लोग अपने गार्डन में लगाते हैं। इसे लगाने से आपके घर के आसपास की सोभा बढ़ती हैं। इसका वर्णन वास्तु शास्त्र में भी मिलता है। मन्यता है कि इसे लगाने के बाद घर को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। इसकी पंख जैसी फैली हुई पतली, लंबी पत्तियां आसपास की शोभा बढ़ाती हैं।यह एक ऐसा पौधा है जो घर के भीतर रखने पर अधिक ऑक्सीजन देता है।
मिट्टी
एरेका पाम की अच्छी ग्रोथ के लिए उसे एसिडिक मिट्टी में लगाना चाहिए। प्लांट के लिए मिट्टी तैयार करते समय उसमें गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट मिलाएं। इसे मिट्टी के पांच से दस के अनुपात में डालें।
धूप वाली स्थान पर नहीं लगाए
एरेका पाम को कभी भी तेज धूप वाली स्थान पर नहीं लगाना चाहिए। इसे हमेशा कम धूप वाली जगह पर लगानी चाहीए। इसे कॉरिडोर जहां छत हो लेकिन दिवारों से घिरे न हो ऐसी जगह होनी चाहिए।
पानी
एरेका पाम ह्यूमिडिटी पसंद होती है, लेकिन ओवर वॉटरिंग से बचना चाहिए। तीन से चार दिन में एक बार गमले में अच्छी तरह से पानी डालें।
पेस्टीसाइड
एरेका पाम के स्टेम पर स्केल और एफिड अटैक सामान्य है। इससे बचाव के लिए एक ग्राम फंगीसाइट को एक ग्राम इंसेक्टीसाइड में मिलाए और पेस्ट बनाकर ब्रश की मदद से स्टेम पर लगाए।घर के अंदर या बाहर दोनों स्थानों पर यह पौधा लगाया जा सकता है। इसके लिए औसत तापमान 65 से 75 डिग्री फ़ारेनहाइट तक होनी चाहिए।
प्रदूषण मुक्त हवा प्रदान करता है
एरेका पाम एसीटोन, जाइलीन, फॉर्मलडिहाइड और टोल्यूनि जैसे यौगिकों को तोड़कर इनडोर प्रदूषण को कम करने में मदद करता है। जिसके परिणामस्वरूप सांस लेने के लिए घर के भीतर भी प्रदूषण मुक्त हवा मिलती है।
अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करता हैं
एरेका पाम अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करता हैं और यह एक ऐसा पौधा है जो घर के भीतर रखने पर अधिक ऑक्सीजन देता है। इसी वजह से इसे ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले इनडोर प्लांट्स की सूची में पहले स्थान पर रखा गया है।