चेरी फूल की खेती से बेहतर कमाई कर रहे हैं बोधगया के किसान
नई दिल्ली। फूलों की खेती किसानों के लिए बेहतर साबित हो रही है। बिहार के गया जिले के किसान बड़े पैमाने पर फूलों की खेती कर रहे हैं। बोधगया प्रखंड क्षेत्र में कई किसान हैं, जो फूलों की खेती शुरू किए हैं, इससे उन्हें बेहतर मुनाफा हो रहा है। फिलहाल यहां के किसान फूलों की खेती के साथ-साथ चेरी लगा रहे हैं। इसके लिए फूलों की खेती करने वाले किसानों को बाजार तलाशने की भी जरूरत नहीं होती है। फूल गया में ही स्थित विश्व प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर में पूजा-पाठ के लिए खरीद लिये जाते हैं।
कई किस्म के फूलों की खेती कर रहे हैं किसान
जिले के बकरौर गांव के आधा दर्जन किसान पिछले 10 वर्षों से चेरी फूल की खेती कर रहे हैं। इसका फूल काफी महंगा होता है। बाजार में इसकी कीमत 100 से 200 रुपए प्रति किलों के आसपास होती है। चेरी फूल की खेती से किसानों को बेहतर कमाई भी हो रही है। चेरी फूल वसंत के मौसम में खिलता है। यह देखने में काफी खूबसूरत और लोगों को अपने तरफ आकर्षित करता है। यह जापान का राष्ट्रीय फूल भी है। अब गया के किसान भी चेरी फूल की खेती करने लगे हैं। फूलों की खेती करने वाले किसानों के अनुसार चेरी फूल की खेती अक्टूबर में शुरु की जाती है। जो मार्च और अप्रैल तक चलती है। इसके अलावा गया के बकरौर गांव के किसान गेंदा और गुलाब की भी खेती करते हैं।