प्रोफेसर होकर भी करतें हैं खेती, आम सहीत 11 प्रकार के फसल का करते है उत्पादन
नई दिल्ली। बड़े पद पर पहुंचना ही हर इंसान का लक्ष्य नहीं होता, बल्कि कृषि के क्षेत्र में मिशाल कायम कुछ ही लोग कर पाते हैें। आज आपको बिहार के बांका जिला स्थित अमरपुर के किसान प्रफुल्ल कुमार भारद्वाज के बारे में बताने वाले हैं। किसान प्रफुल्ल कुमार भारद्वाज संस्कृत महाविद्यालय में बतौर प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत रहने के साथ खेती करते हैं। वह लगभग 8 एकड़ में इंटीग्रेटेड फार्मिंग कर बेहतर कमाई कर रहे हैं।
इंटीग्रेटेड फार्मिंग से करते है खेती
प्रो. प्रफुल्ल कुमार भारद्वाज बताते है कि पारंपरिक खेती से मजदूरों के लिए मजदूरी देने का पैसा भी नहीं दिया जाता था। लेकिन लोगों की सलाह को मानते हुए इंटीग्रेटेड फार्मिंग विधि से खेती कर रहें है। 8 एकड़ की भूमि में वेगोभी, बैंगन, टमाटर, मिर्च सहित अन्य सब्जियों की खेती कर रहे हैं। इस विधि से खेती करने से सीमित समय में बेहतर मुनाफा हो रही हैं।
किसान प्रो. प्रफुल्ल कुमार भारद्वाज के अनुसार वे 11 प्रकार के फसल लगाते है। जिसमें 200 आम के पेड़ भी है। केलव आम के पेड़ से उन्हें लोखों की कमाई हो रही है। वे अन्य किसानों को बताते है किसान बेहतर तरीके से खेती करे तो बेहतर कमाई की जा सकती है। वे 11 प्रकार के फसल में आम, विभिन्य प्रकार के सब्जी, आनाज, दलहन और तेलहन की खेती करते हैं।