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नई दिल्ली। भागलपुर के किसानों के लिए फूलों की खेती व्यवसाय से अच्छा मुनाफा हो रहा है। किसान अब धान, गेहूं, और सब्जी को छोड़कर फूल की खेती तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। भागलपुर के किसानों का मानना है कि, धान गेहूं की खेती से कोई कमाई नहीं हो रही है, इसलिए जिले के अधिकरत किसान अब फूलों की खेती कर रहे हैं। बता दें कि बिहार में शादी समारोह के अवसर पर फूलों की सजावट के लिए कोलकता से फूल लाना पड़ता था, लेकिन अब भागलपुर के किसान फूलों की खेती करने लगे हैं। यहां के फूल प्रदेश के सभी जिलों के बाजार में जा रहे हैं।
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भागलपुर में फूल की खेती से लोगों को फूल कम दर में मिल रहें हैं। जिले के उद्यान विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से लगातार आसपास के किसानों को फूल की खेती करने की प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कुछ किसानों ने जिला कृषि कार्यालय से जुड़कर फूलों की खेती शुरू कर दी है। जिससे उन्हें अच्छी-खासी कमाई भी हो रही है।
सन्हौला, सबौर, गौराडीह प्रखंड़ में बड़े पैमाने पर फूल की खेती की जा रही है। जिसके कारण भगलपुर के आसपास के किसानों को फूलों की खेती से बंपर कमाई हो रही है। जिसे देखकर अन्य किसानों ने भी फूल की खेती करना शुरू कर दिया हैं।
बता दें कि सबौर प्रखंड के जगतपुर गांव के प्रमोद मंडल, ग्रीस मंडल आदी किसानों ने समूह बनाकर फूलों की खेती शुरू की हैं। जगतपुर गांव में लगभग 10 बीघे के आस-पास फूल की खेती की गई है। जिसमें केवल गेंदा और गुलाब ही नहीं कई लोकल फूलों की खेती की गई है। बताया जा रहा है जिले के कुछ महिला किसानों ने मिलकर फूल की खेती शुरू की है।
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