In view of the increasing demand for dragon fruit, the cultivation of dragon fruit started in Dehradun

ड्रैगन फ्रूट की बढ़ती मांग को देखते हुए देहरादून में शुरू हुई ड्रैगन फ्रूट की खेती

नई दिल्ली। दिल्ली एनसी सहित समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ड्रैगन फ्रूट की बढ़ती हुई मांग के मद्देनजर उत्तराखंड के देहरादून में ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की गई है। इसके लिए उद्यान विभाग ने पहली बार 40 हेक्टेयर में इसकी खेती कराने के लिए किसानों को 13,334 पौधे निशुल्क उपलब्ध कराए हैं। ड्रैगन फ्रूट की उपज को बेहतर दाम पर बेचने के लिए उद्यान विभाग किसानों को बाजार और सप्लायर भी उपलब्ध कराएगा।

दून में ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए पहली बार में रकबे की सीमा निर्धारित की गई है। तय लक्ष्य को अगर उद्यान विभाग प्राप्त कर लेगा तो इसका दायरा और बढ़ाया जाएगा। उद्यान विभाग के मुताबिक, दिल्ली और पश्चिमी यूपी समेत अन्य राज्यों में ड्रैगन फ्रूट की मांग बढ़ती जा रही है। इस वजह से देहरादून में ड्रैगन की खेती इस बार कराई जा रही है।

किसानों को किया जा रहा है प्रेरित

विकासखंड डोईवाला, कालसी, सहसपुर, रायपुर व विकासनगर में गत सितंबर-अक्टूबर माह में 13,334 ड्रैगन फ्रूट के पौधों की रोपाई कराई गई है। जिले के किसानों को परंपरागत खेती के साथ ही ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। मुख्य उद्यान अधिकारी मीनाक्षी जोशी ने बताया कि जिन किसानों की जमीन सीमित है उन्हें इसकी खेती के लिए सबसे अधिक प्रेरित किया जा रहा है।

पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है ड्रैगन फ्रूट

ड्रैगन फ्रूट में मौजूद विटामिन-सी और कैरोटीनॉयड इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार होते हैं। इसमें डाइटरी फाइबर की प्रचुरता होने से यह पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटी ऑक्सिडेंट, बीटा-कैरोटीन, लाइकोपीन आदि पोषक तत्व भी मौजूद हैं। इन्हीं खासियतों के चलते ड्रैगन फ्रूट बाजार में 350-500 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से मिलता है।