सर्दियों के मौसम में इन खाद के प्रयोग से आपका बगीचा रहेगा हरा भरा

वाई पी सिंह
एडिटर नर्सरी टुडे

सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। सर्दियों के मौसम में आपके बगीचे को खास देखभाल की जरूरत होती है। इस मौसम में चूंकि तापमान काफी गिर जाता है, इसके अलावा कोहरा, पाला और ओस से भी पौधों के खराब होने का डर बना रहता है इसलिए इस मौसम में पौधों को उचित मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है, जिसके लिए जरूरी है कि आपके बगीचे के पौधों को सही प्रकार की खाद मिलती रहे। आइए जानते हैं जाड़े के मौसम में कौन कौन सी खाद है जो आपके बगीचे के पौधों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

कम्पोस्ट
कम्पोस्ट को कूड़ा खाद कहते हैं। पौधों के अवशेष पदार्थ, घर का कूड़ा कचरा, पशुओं का गोबर आदि का जीवाणु द्वारा विशेष परिस्थिति में विच्छेदन होने से यह खाद बनती है। अच्छा कम्पोस्ट खाद गन्द रहित भूरे या भूरे काले रंग का भुरभुरा पदार्थ होता है। इसके 0.5 से 1.0 प्रतिशत पोटाश एवं अन्य गौण पोषक तत्व होते हैं। कम्पोस्ट सर्दी के मौसम में पौधों के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी खादों में से एक मानी जाती है। यह खाद हर पौधों को सभी प्रकार से आवश्यक पोषण देती है।

वर्मी कम्पोस्ट
वर्मी कंपोस्ट एक उत्तम जैव उर्वरक है। इसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है। यह खाद केंचुआ और गोबर की मदद से बनाया जाता है। इसे लगभग डेढ़ महीने में आसानी से तैयार किया जा सकता है। यह खाद वातावरण को प्रदूषित नहीं होने देती है। इस खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। जो पौधों को तेजी से विकास में मदद करता है और मिट्टी को बेकार नहीं होने देता है। यह खाद सभी प्रकार के पेड़-पौधों के लिए सबसे उपयुक्त है। फूल, फल वाले पौधों में ये खाद ज्यादा फायदेमंद होती है। ये कीटाणुमुक्त खाद है जो पौधों के लिए अधिक फायदेमंद है। वर्मी कम्पोस्ट में कीटाणुओं की कमी के कारण, यह पौधों को सुरक्षित रूप से पोषित करता है और सर्दी के मौसम में सही विकास को सुनिश्चित करता है।

आॅर्गेनिक खाद
आॅर्गेनिक खाद वह है, जो प्राकृतिक चीजें जैसे खनिज, पेड़-पौधों और पशु आधारित स्रोतों से तैयार की जाती है। पोषक तत्वों के आधार पर जैविक खाद तथा उर्वरक अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन अधिकांशत: इनमें एक जैसे ही घटक होते हैं। रासायनिक उर्वरकों की तुलना में जैविक खाद को टूटने और मिट्टी में मिलने में अधिक समय लगता है, यह धीरे-धीरे मिट्टी में मिलकर पौधों को पोषक तत्व प्रदान करती है, तथा मिट्टी की संरचना में सुधार करती है। आॅर्गेनिक खाद के अधिक या कम उपयोग से मिट्टी को किसी भी प्रकार नुकसान नहीं होता है, लेकिन इसकी अपेक्षा रासायनिक या कैमिकल युक्त फर्टिलाइजर में मिट्टी और पौधों को नुकसान होता है। सर्दी में पौधों को आॅर्गेनिक खाद्य पदार्थों से पोषित करना महत्वपूर्ण है। खाद्य पदार्थों में गाय के गोबर, नारियल की खाद, किचन वेस्ट से बनी खाद शैवल की खाद शामिल हो सकती है।

सरसों की खली
मस्टर्ड अर्थात सरसों के बीज से तेल निकालने के बाद बचा हुआ ठोस अवशेष मस्टर्ड केक या सरसों की खली कहलाता है। सरसों की खली या पाउडर एनपीके का एक प्राकृतिक स्रोत है, जिसका विशिष्ट (नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटैशियम) अनुपात 4-1-1 होता है। मस्टर्ड केक या सरसों की खली का उपयोग आर्गेनिक फर्टिलाइजर के रूप में किया जाता है क्योंकि इसमें पोटैशियम, नाइट्रोजन, प्रोटीन, मैग्नीशियम, सल्फर और फास्फोरस इत्यादि पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है। सरसों की खली में पाए जाने वाले पोषक तत्व गार्डन के पौधों के विकास के लिए फायदेमंद होते हैं।

लकड़ी की खाद
जब मिट्टी को उपजाऊ बनाने की बात आती है, तो प्रकृति वृक्षों पर भारी रूप से निर्भर होती है झ्र पेड़ो की पत्तियां, छाल, टहनियां और कभी-कभी बड़े पेड़ों के टुकड़ों के उपयोग से प्राकृतिक रूप से मिटटी को उपजाऊ बनाने के लिए होता है । लकड़ी का बुरादा या उसके छोटे टुकड़े या किसी भी प्रकार के लकड़ी के अवशेषों का उपयोग करके आप अपने बगीचे की मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाने के लिए कर सकते हैं। लगभग हर तरह की मिटटी को बहुत से फाइबर से युक्त खाद पसंद आती है, जो की किसी भी तरह की लड़कड़इ मे प्रचुर मात्रा मे उपलब्ध रहते हैं। सड़ती हुई लकड़ी के मिटटी मे मिले होने से मिटटी की पोषक तत्वों और नमी को सजोने की क्षमता बढ़ती जिससे की ज्यादा और बेहतर फसल मिलती है। लकड़ी की खाद पौधे के लिए काफी बेहतर होती है। ये मिट्टी के पीएच स्तर को बढ़ा देती है। ये मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करती है। साथ ही पौधों की ग्रोथ को बढ़ाती है। इसका प्रयोग पौधों मे कम मात्रा में करना चाहिए।

एप्सम साल्ट
एप्सम साल्ट, या मैग्नीशियम सल्फेट नमक के जैसा दिखने वाला सफेद पदार्थ है, जिसमें मैग्नीशियम और सल्फर पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इन न्यूट्रिएंट्स के कारण ही पौधों में इसका इस्तेमाल एक फर्टिलाइजर के रूप में किया जाता है। आउटडोर, और इनडोर प्लांट्स को हरा-भरा बनाने और उनमें फूलों की पैदावार बढ़ाने के लिए एप्सम साल्ट का प्रयोग किया जाता है। एप्सम सॉल्ट पौधों में वोल्स, और स्लगजैसे कीटों को पास आने से रोकने में मदद करता है। पौधों पर एप्सम साल्ट का छिड़काव करने से गार्डन में स्लग की संख्या कम हो सकती है। पौधों की ग्रोथ के लिए एप्सम साल्ट सबसे अच्छा उर्वरक है। ये उर्वरक पौधों को घना बनाने में मदद करता है। तो अगर आपको अपने पौधों को हरा भरा और घना करना है तो ये उर्वरक काफी फायदेमंद है। एप्सम साल्ट में मौजूद मैग्नीशियम, पौधों को हरा-भरा बनाने में मदद करता है। दरअसल, मैग्नीशियम पौधों के क्लोरोफिल के निर्माण में उपयोगी होता है, जो कि पौधे की पत्ती के रंग को निर्धारित करता है, जिससे पौधे के पत्ते चमकदार और रसीले दिखाई देते हैं। प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधे को क्लोरोफिल भी जरूरी है। प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के जरिए पौधे अपना भोजन और ऊर्जा बनाते हैं।

नीम खली
नीम खली पूर्ण रूप से आर्गेनिक फर्टिलाइजर है, जिसे नीम के बीज, पत्तों और छाल को कुचलकर, तेल को अलग करके बनाया जाता है। नीम के तेल, को नीम के बीज और पत्ते से कोल्ड-प्रेस्ड प्रक्रिया का उपयोग कर निकाला जाता है। नीम तेल निकलने के बाद जो अवशेष बचता है उसे ही नीम खली या नीम केक कहा जाता है। जब नीम तेल निकाला जाता है तो कुछ मात्रा में तेल नीम खली में भी मौजूद रहता है। जिसके कारण नीम खली में ओमेगा फैटी एसिड, अजादिरेक्टिन और (नाइट्रोजन-फास्फोरस-पोटेशियम) जैसे पोषक तत्व होते हैं और साथ ही आइसोप्रेनॉइड भी होते हैं। ये पोषक तत्व नेमाटीसाइडल प्रकृति के होते हैं जिसका उपयोग पौधे-परजीवी नेमाटोड को मारने के लिए किया जाता है। नीम केक में कोई अतिरिक्त केमिकल सामग्री नहीं होती है, जिससे यह पूरी तरह से जैविक खाद या कम्पोस्ट बन जाता है। इससे मिट्टी में लगने वाले फंगस भी खत्म होता है।

पोटाश
पोटाश जमीन में उपलब्ध खनिज पत्थरों का स्ट्रक्चरल कंपोनेंट है, अर्थात मिट्टी का संरचनात्मक घटक होने के कारण यह मिट्टी में कोम्प्लेक्स रूप में पाया जाता है, लेकिन यह पौधों के लिए उपलब्ध नहीं होता, क्योंकि प्राकृतिक रूप से पौधों के लिए पोटाश उपलब्ध होने की प्रक्रिया बेहद ही धीमी गति से कार्य करती है, इसीलिए पौधों में पोटेशियम पोषक तत्व की कमी को दूर करने के लिए तथा अच्छी ग्रोथ देने के लिए आॅर्गेनिक तरीके से बनाया गया पोटाश फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है। ये ओरंज रंग की खाद होती है जो पौधों की ग्रोथ को बढ़ाता है। अगर आपके गार्डन में लगे हुए पेड़-पौधों की उचित देखभाल करने के बाद भी उनकी ग्रोथ नहीं बढ़ रही है तो यह पौधों में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व पोटेशियम की कमी का संकेत हो सकता है, पौधे में पोटेशियम की कमी से होने वाली इन सभी समस्याओं को पोटाश उर्वरक के उपयोग से दूर किया जा सकता है। ल्ल

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